हमे बचपन मे इतिहास की किताबों में यह पढ़ाया क्यो नही गया??

इतिहास के तमाम बिंदुओं पर लिखते हुए यह सवाल सामने आता है.. हमे बचपन मे इतिहास की किताबों में यह सब पढ़ाया क्यो नही गया??

कई पूछते हैं- कांग्रेस आगे आकर इन बातों को क्यों नही बताती?? किसी को दिक्कत है कि फलाना इलाकाई वीर की कथा इतिहास से मिटा दी गयी !!! आम टैगलाइन है- वामपंथी इतिहासकारों ने यह महत्वपूर्ण(?) अध्याय इतिहास में छुपा दिया !!

पांच मिनट ठहरकर सोचिये।

आठवी दसवीं तक कितनी बुद्धि थी आपमे, और कितना विस्तृत इतिहास पढ़ाया जा सकता था?

सीबीएसई का आठवी का सिलेबस दिया है। कौन सा चेप्टर आपके हिसाब से बेकार है? किसे निकाल दिया जाए, आपके मनपसन्द चेप्टर को डालने के लिए???

बताइये कमेंट बॉक्स में..
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आपकी व्हाट्सपिया मानसिक गर्द को निकालने के लिए बच्चों का सिलेबस अंतहीन लम्बा नही हो सकता। बेसिक चीजें बताई जाती हैं।

आपको भी बताई गई। उस उम्र और कक्षा के लिए उतना बहुत था।

आगे की कक्षाओं में आपने इतिहास नही, गणित और विज्ञान वाणिज्य चूज किया। डॉक्टर इंजीनियर जो बनना था। अगर इतिहास पढ़े होते, मेरी पोस्ट पर आह न भरनी पड़ती, न गालियां खाते।

इतिहास जानने की ज्यादा चुल्ल होती, थी तो एमए और पीएचडी कर लेते। मैंने भी मेजोरिटी यूनिवर्सिटी और UPSC सिलेबस से ही पढ़ा है।

सब लिखा है किताबों में। आपने पढ़ना चूज नही किया। दरअसल आपकी रुचि है नही जानने में। आपको तो हिस्ट्री से पोलिटक्स करनी है, गालीबाजी और गॉसिप का मनोरंजन करना है। बात शुरू ही इस कॉन्शसनेस के साथ करते है कि आपको, आपकी पार्टी को बहस जीतनी है।

यह आपका सोचा समझा, ओढा हुआ अज्ञान है। इसका दोष सिर्फ आप पर है।अब कांग्रेस आज के जरूरी मुद्दों पर बात करे, की आकर आपके इतिहास ज्ञान में सुधार करे। भाजपा चाहती ही है, कि आप नेहरू से सवाल करते रहें, कि मोदी से सवाल का होश न रहे। आप मोदी ट्रेप में फंसिए, आपकी मर्जी। कांग्रेस को अपनी रियल जिम्मेदारी निबाहने दीजिए।

बाकी आपके कचरा छाप इतिहास बोध को सुधारने के लिए हम जैसे ठलहे बैठे हैं। सवाल हो तो करिए। सवाल के अंदाज में, देढ़ज्ञानी बनकर नही। अज्ञान का अहंकार बर्दाश्त करने की सीख मिली नही मुझे।

लेकिन बेहतर है कि कुछ खुद भी पढ़िए। रुचि जगाइए।
कोई एक दौर, कोई एक लेखक, उसकी किताब। याद रहे, मोबाइल पर नही, किताब से पढ़िए। पन्ने हाथ से छूकर, जैसे प्रेमिका की स्किन को छुआ जाए।

असर तब ही होगा। वर्चुअल से नही।
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इतिहास से नावाकिफ लोग अपना भविष्य खो देते हैं। आप भी खो ही चुके हैं।

जो बच सकता है, खुद बचाइए।