हम शेम्पू का पाउच भी खरीदें तो जीएसटी भरें और वो जहाज खरीद ले और एक रुपया टैक्स नहीं ?

ruch buys jets with no tax

इस देश में गरीब इनकम टैक्स नहीं देता क्योंकि इनकम ही नहीं है, अमीर भी नहीं देता क्योंकि उसे कानून के छेद पता हैं. सिर्फ सेलरी वाला मिडिल और लोअर मिडिल क्लास ही इनकम टैक्स भरता है. इसका खून कैसे चूसा जाता है उसका उदाहरण देखो.

जब इस वर्ग को वेतन मिलता है तो उसपे 30% टैक्स कटा. तब 70 बचा.
70 में से गाड़ी खरीदी तब फिर से 28% टैक्स भरा. 42 बचा.
42 में से 7.020 का रोड टेक्स भरा. तो बचा 34.980

इसके बाद उसी रोड पे चलने का टोल टेक्स भी देगा.

मतलब मिडिल क्लास की कमाई का 65.02 प्रतिशत हिस्सा तो सरकार वापस ही ले लेती है. अब सवाल ये है की फिर ये पैसा जाता कहाँ है तो सिक्के का दूसरा पहलू देखिये.

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जबकि दूसरी तरफ अनिल अम्बानी ने IDBI बैंक से 1800 करोड़ का लोन लिया.

सारे ऑर्डर अपनी दूसरी कंपनियों को देके कंपनी घाटे में दिखा के दीवालिया कर दी.

उसी कंपनी को मोदी जी के 2016 दिवालिया कानून के तहत पिछले लोन मांफ करके मात्र 300 करोड़ में बड़े भाई मुकेश अम्बानी को बेच दिया गया.

और मुकेश ने उसी IDBI बैंक से लोन लेके कंपनी खरीदी. और किश्तें चलाने लगा. जिससे बैंक की बेलेंस शीट भी अच्छी दिखने लगी.

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अब एक मजेदार जानकारी सुनिए.

मुकेश के पास बैंक का कर्जा देने का पैसा नहीं है लेकिन बीवी को 400 करोड़ का क्रूज बोट खरीदने का पैसा है. 21 अगस्त 2021 में अनिल अंबानी ने टीना अंबानी को जन्मदिन पर दिया था 400 करोड़ का याट.

ये अमीर लोग गिफ्ट इस लिए देते हैं क्योंकि गिफ्ट पर टैक्स नहीं लगता. असल में ये बस कानून से खिलने के लिए बड़ी चीजें खरीद के परिवार में किसी के नाम करवा कर कागजों में गिफ्ट बता देते हैं.

गरीब 2 शेम्पू भी खरीदता है तो जीएसटी भरता है. #कालचक्र

Author : Lakshmi Pratap Singh