हिमांशु कुमार : मेरा एक सपना है

मेरा एक सपना है I have a dream.

1963 में आज के दिन मार्टिन लूथर किंग ने अपने सपने के बारे में बताया।

वाशिंगटन के एक खुले मॉल के सामने भारी तादाद में लोग इकट्ठा हुए थे। और मार्टिन लूथर किंग बोल रहे थे

‘मेरा एक सपना है। सपना है कि मेरे चार बच्चे एक दिन एक ऐसे राष्ट्र में रहेंगे जहाँ उन्हें कोई उनके रंग से नहीं पहचानेगा। जहाँ उनका काम और उनका चरित्र ही उनकी पहचान होगी

मेरा सपना है कि एक दिन हर घाटी ऊंचाई को छू लेगी।

एक दिन हर टीले और पहाड़ को छोटा कर दिया जाएगा

एक दिन असमानताओं को पाट कर बराबर कर दिया जाएगा

उस समय एफबीआई ने इस नायक को सबसे खतरनाक नीग्रो घोषित कर दिया

भविष्य का सबसे ख़तरनाक नीग्रो

और कई जासूस दिन रात उनके कदम के पीछे कदम मिलाकर चलने लगे

लेकिन वे नस्लीय अपमान के खिलाफ बोलते रहे

उन्होने वियतनाम के खिलाफ युद्ध की निंदा करना नहीं छोड़ा

वह युद्ध, जिसने वहाँ के काले लोगों को अपनी तोप का चारा बना दिया था

और तब भी निडर होकर उन्होंने कहा कि उनका देश दुनिया का सबसे हिंसक देश है

1968 के एक दिन बंदूक की एक गोली ने उनकी खोपड़ी को चीर दिया था

कहते हैं कि वह ख़्वाब कई मुल्कों की कई खोपड़ियों में टहलता रहता है

और सरकार के जासूस उन खोपड़ियों के पीछे टहलते रहते हैं।

लेखक : हिमांशु कुमार आदिवासी समाज के लिए एक दशक से एक्टिव। सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में न्याय की मांग करने वाली याचिका को लेकर उनपर 5 लाख का जुर्माना लगाया गया था।