Editor's Desk

मनीष सिसोदिया क्यों अरेस्ट हुए ? क्या है असली घोटाला ?

मनीष सिसोदिया क्यों अरेस्ट हुए ? किसी को असली घोटाला पता है ? नहीं। चलो मैं एक फ्यूचर प्रिडिक्शन दिए दे रहा हूं जिसके सही होने के मेरे हिसाब से 99% चांस हैं। “आप” सरकार ने दिल्ली में शराब पॉलिसी बदली। ठेके के लाइसेंस नए बने । और उन्हें सप्लाई करने के वेंडर भी बदले। …

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वंदे भारत ट्रेन से भैंस टकराई और ट्रेन का इंजन ही फट गया

मोदी जी की “वंदे भारत रेल” से एक भैंस टकराई और इंजन ही फट गया। जबकि मोदी जी ने इस ट्रैन का ढिंढोरा सेफ्टी, स्पीड और सर्विस के नाम पर पीटा था। ना तो स्पीड में ये बाकी ट्रेंस से बेहतर निकली ना ही सेफ्टी में। हर ट्रेन को शुरू करने से पहले कई प्रकार …

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पीएफआई कौन हैं, और एनआईए द्वारा उनसे जुड़े परिसरों की तलाशी क्यों ली जा रही है?

(Note: PFI के ऊपर हाई लेवल मीटिंग हो रही है.. और जिसमे अमित शाह के साथ अजीत डोवाल भी हैं.. PFI पर जो चार्ज बताए गए और अजीत डोवाल के बेटे जो करते हैं उसपे एक वीडियो बनाया था उसे जरूर देख लेना आतंकवाद विरोधी गतिविधियों के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी की तलाशी के …

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CJI U.U. Lalit. ने एक ही दिन में 900 याचिकाएं सूचीबद्ध क्यों की ?

चीफ जस्टिस यूयू ललित के फैसलों पर दुखी होने से पहले एक बात समझ लो। क्या आम ब्राह्मण का बेटा-बेटी सुप्रीम कोर्ट का जज बन सकते हैं ? जवाब है नही। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के 75% जज 125 ब्राह्मण परिवार से आते हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी अपने बेटे-दामाद को न्यायपालिका में बिना एग्जाम घुसा …

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मजहब से राष्ट्र नहीं बनता

मजहब से राष्ट्र नहीं बनता है, अगर बनता है तो टूट जाता है. सिकंदर एक ईसाई नहीं था। वह 356 ईस्वी पूर्व अर्थात ईसा मसीह के जन्म से 356 साल पहले पैदा हुआ था। आज ग्रीस और मैसेडोनिया की 98% जनता ईसाई है। तो उन्होंने सिकंदर को अपनी इतिहास की किताबों से बाहर कर दिया …

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बैंक और सरकारी बैंक का क्या काम है और ये क्यों जरूरी हैं :

बैंको का मुख्य काम उद्यमी लोगों (धंधा नही लोगों) को लोन देना और आम जनता को बचत का ठिकाना देना ही होता है। जनता का एक भाग अपनी कमाई से कुछ बचा लेता है और बैंक में उसका पैसा सुरक्षित रहता है ऊपर से बैंक इस पैसे पर ५ रुपया सैकड़ा का सालाना ब्याज भी …

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कश्मीर के नॉन सपरेटिस्ट नेता : मिस्ड ऑपर्च्युनिटीज ?

कश्मीर के नॉन सेपरेटिस्ट लीडर्स, भारत के लिए नेशनल एसेट हैं। बरसो से अशान्त राज्य को, भारत से वापस जोड़ने की डोर.. जहां की जनता, अपने लोगो को हाशिये पर देखते हुए, खुद को रायसीना हिल का उपनिवेश मानने लगी है।●●यह पिछले 30 सालों में हुआ है। इसके पहले कश्मीर के नेताओ को दिल्ली की …

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