Month: August 2022

राजीव गांधी के खिलाफ संघी दुष्प्रचार ?

झूठ को अगर बार-बार दोहराया जाय तो वह सच से भी बड़ा दिखने लगता है. हिलटर के प्रचार मंत्री जोसेफ गोएबल्स के इस फॉर्मूले का सबसे सही इस्तेमाल भारत में भगवा विचार के लोगों ने किया. आपने अक्सर सुना होगा कि अगर राजीव गांधी ने शाहबानो केस के जरिए मुस्लिम तुष्टीकरण नहीं किया होता तो …

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कांग्रेस में नए अध्यक्ष की तलाश

प्रेमकुमार मणि अखबारों से मिल रही सूचना के अनुसार कांग्रेस संगठन शायद अपना अध्यक्ष बदलने जा रहा है. लम्बी अवधि के बाद संभव है, नेहरू परिवार से अलग का कोई अध्यक्ष हो सकता है, इसकी अटकलें हैं. आज कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गई है कि जन सामान्य की उसमें रूचि ही नहीं रह गई …

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समझौते का सवाल ही नहीं उठता, लड़ाई शुरू होने दो: संजीव भट्ट की कविता

सच बोलने की कीमत चुकानी पड़ती है, खासकर तब जब तानाशाही सरकार होती है। सत्ता पाने के लिए, विश्व में धर्मनिरपेक्ष भारत की छवि को दफना देने की 2002 गुजरात दंगे में कुछ ही अधिकारी अपने कर्तव्य का पालन किए बाकी रवायत के अनुसार अपने मुखिया के गलत आदेशों को अंजाम देने व दंगों को …

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क्या गांधी अंबेडकर के बीच चुनाव हो सकता है ?

मैं गांधी के विरोध या उन्हें कई मौकों पर गलत साबित करने वाले कई तथ्य दे सकता हूं। लेकिन क्या आज ये वक्त है की हम गांधी, नेहरू, लोहिया, जेपी, अंबेडकर में से एक को चुनें ? जो लोग ऐसा करें मैं कहता हूं वो गांधी को पसंद भले करते हों लेकिन उन्हें समझते नहीं …

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मध्यप्रदेश: व्यापम घोटाला खुलासा करने वाले पत्रकार आशीष की मदद को आगे आए कांग्रेस नेता

मध्यप्रदेश कांग्रेस से अन्य राज्यों के विपक्ष को सीख लेने की जरूरत है। फोटो में बैठा शख्स एक आशीष एक पत्रकार है जिसने व्यापम घोटाले को खोला था। बगल में खड़े हैं राहुल गांधी के खास रहे पूर्व सॉलिसिटर जनरल विवेक तंखा। दरअसल आशीष को निमोनिया हो गया था। माली हालत ठीक नहीं है तो …

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“तुम्हारे पास बहुमत है, पैसा है, ट्रोल है, ताकत है … माई फुट”

दुनिया का पहला स्वघोषित जीरो टीआरपी एंकर.. पत्रकार, अधूरा कवि, क्वार्टर लेखक, दो बटा तीन ब्लागर जो डर से प्रेरित होकर ड्रेरित काव्य लिखता है. फुर्सत में लप्रेक उगलता है. तारीफों और गालियों के पार जिसका जहाँ कहीं और है। जो बहुत ज्यादा बोले जाने से ऊबकर, लिपे-पुते चेहरों के साथ मूक अभिनय करवाता है। …

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कौन थे यूपी में RSS का प्रतिपक्ष खड़ा करने के सूत्रधार ?

ram swaroop verma

रामस्वरूप वर्मा (22अगस्त 1923 -19अगस्त 1998 ) का नाम नयी पीढ़ी केलिए अनजाना हो सकता है,क्योंकि उनकी वैचारिक -राजनीतिक धारा आज बिखर चुकी है. पिछले दशकों में कोटा -पॉलिटिक्स ने सामाजिकन्याय की राजनीतिक विचारधारा का गला घोंट दिया है . सब कुछ आरक्षण में समाहित हो गया है . स्थिति यह है की जातिजनगणना भी …

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यूपी से एक शिक्षक की ज़ुबानी : सरकारी और प्राइवेट शिक्षकों में सामाजिक भेदभाव

Devendra Dev taught children

समाज ऐसी अवधारणा बना चुका है कि सरकारी अध्यापक हराम की खाता है और प्राइवेट अध्यापक जी तोड़ मेहनत करता है। साथ ही एक और अवधारणा इसी समाज का हिस्सा है जो कि प्राइवेट अध्यापकों को आये दिन शर्मशार होने पर मजबूर करती रहती है, वो है, लोगों द्वारा कहा जाना – अगर फलां प्राइवेट …

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राहुल की पदयात्रा डूबती कांग्रेस को कैसे अमृत देगी ?

Rahul Gandhi Padyatra

पदयात्रा के इतिहास पर नज़र डालें तो आंध्र प्रदेश में कांग्रेस को उखाड़ने के लिए NTR ने 1982 में पदयात्रा ही की थी और तेलगुदेशम पार्टी ने इंदिरा जी के समय मे कांग्रेस को बुरी तरह हराया था. एनटीआर का एरा चलता रहा और उस को ख़त्म करने के लिए अंत में कांग्रेस के दिग्गज …

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सर्वे: भारत में 80 प्रतिशत परिवारों में भोजन तक की समस्या.

इस सर्वे के लिए 14 राज्यों में जितने लोगों से बात की गई उनमें से 79 प्रतिशत परिवारों ने बताया कि 2021 में उन्हें किसी न किसी तरह की “खाद्य असुरक्षा” का सामना करना पड़ा. 25 प्रतिशत परिवारों को “भीषण खाद्य असुरक्षा” का सामना करना पड़ा. सर्वेक्षण भोजन का अधिकार अभियान समेत कई संगठनों ने …

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